Notes in Gospel Band

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Published 09/10/2024 वस्तुओं
Published 09/17/2024 रचना
Published 09/10/2024 मौजूद
Published 09/10/2024 मनुष्य
Published 09/10/2024 करीबी
Published 09/28/2024 हृदय
Published 09/10/2024 देखभाल
Published 09/10/2024 आदि में परमेश्वर ने सारी वस्तुओं की रचना की जो कुछ मौजूद हैं
Published 09/10/2024 उसने मनुष्य को बनाया जिनके साथ एक करीबी रिश्ता था
Published 09/10/2024 वे पूरे हृदय से परमेश्वर से प्यार करते थे और परमेश्वर उनसे प्यार करता था और उनकी देखभाल करता था
Published 09/10/2024 लेकिन मनुष्य ने वह किया जो परमेश्वर ने उन्हें ना करने के लिए कहा था
Published 09/10/2024 इसे पाप करते हैं
Published 09/10/2024 पाप तब होता हैं जब हम अपने हृदयों को परमेश्वर से दूर कर देते हैं
Published 09/28/2024 पाप हमें शर्मिंदगी महसूस कराता हैं
Published 09/10/2024 और हम परमेश्वर और दूसरों से अपने हृदयों को छिपाते हैं
Published 09/10/2024 छिपाना
Published 09/10/2024 संसार
Published 09/28/2024 फैलना
Published 09/10/2024 जब पाप संसार में आया, तो उसके साथ मृत्यु भी आई
Published 09/10/2024 अब मृत्यु सभी लोगों में फैल गई, क्योंकिसभी ने पाप किया हैं
Published 09/10/2024 हमारे पाप के कारण ही, मनुष्य उस परमेश्वर से अलग हो गए हैं जो उनसे प्यार करता हैं
Published 09/10/2024 परमेश्वर पवित्र हैं, और वह पाप से नफरत करता हैं
Published 09/10/2024 शर्म
Published 09/28/2024 अपनी शर्म के कारण, हम परमेश्वर से छिपते हैं
Published 09/10/2024 स्थापित
Published 09/10/2024 हम पापी हैं, और परमेश्वर के साथ अपने रिश्ते को फिर से स्थापित करने के लिए हम कुछ नहीं कर सकते
Published 09/10/2024 परन्तु
Published 09/10/2024 के बावजूद
Published 09/10/2024 दृष्टि करना
Published 09/10/2024 परन्तु परमेश्वर मनुष्य से प्यार करता हैं और वह हमारे पापों के बावजूद हम पर दृष्टि करता हैं
Published 09/10/2024 क्रूस
Published 09/10/2024 बलिदान
Published 09/10/2024 प्रकट करना
Published 09/28/2024 उसने अपने बेटे, येसुमसीह को हमारे लिए क्रूस पर बलिदान होकर परमेश्वर का प्यार प्रकट करने के लिए भेजा
Published 09/10/2024 सजा
Published 09/10/2024 क्रूस पर यीसू हमारे स्थान पर मारा गया, हमारे पापों की सजा अपने आप पर लेते हुए
Published 09/28/2024 क्रोध
Published 09/10/2024 सह लेना
Published 09/10/2024 छुड़ाना
Published 09/10/2024 दोष
Published 09/10/2024 आज़ाद
Published 09/10/2024 उसने पाप के प्रति परमेश्वर के सारे क्रोध को सह लिया
Published 09/10/2024 के प्रति
Published 09/10/2024 और उसने हमें हमारे पापों से छुड़ाते हुए दोष और शर्म से आज़ाद किया
Published 09/10/2024 क्रूस पर मरने के तीन दिन बाद, यीशु मरे हुओं में से जी उठा
Published 09/10/2024 साबित
Published 09/10/2024 पुत्र
Published 09/28/2024 अधिकार रखना
Published 09/10/2024 यह साबित करते हुए कि वह परमेश्वर का पुत्र था और वह पाप और मृत्यु पर अधिकार रखता हैं
Published 09/28/2024 अनुयायी
Published 09/28/2024 मरे हुओं में से जी उठने के बाद वह अपने अनुयायियों के सामने प्रकट हुआ और वह आज भी जीवित हैं
Published 09/28/2024 अब, यीशु ने जो किया, उसके कारण हम पापी लोगों के पास परमेश्वर के प्रेम में लौट आने का एक रास्ता हैं
Published 09/10/2024 यदी
Published 09/28/2024 इच्छा
Published 09/28/2024 उद्धारकर्ता
Published 09/10/2024 रूप
Published 09/28/2024 स्वीकार करना
Published 09/28/2024 जुड़
Published 09/10/2024 यदी हम अपने हृदयों को पापी इच्छाओं से दूर कर लें
Published 09/10/2024 और यीशु को अपने उद्धारकर्ता और प्रभु के रूप में स्वीकार करें
Published 09/10/2024 तो हम बचाए जाएँगेऔर परमेश्वर के साथ फिर से हमारा रिश्ता जुड़े जाएगा
Published 09/10/2024 मुड़ना
Published 09/10/2024 तो यह सब सुनकर, क्या आप कह सकते हैं कि आपका हृदय इस परमेश्वर की और मुड़ गया हैं या उससे दूर हो गया हैं?
Published 09/10/2024 आपको क्या लगता हैं कि आपको क्या करना चाहिए?
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